8th Pay Commission – सरकारी कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए सबसे बड़ा सवाल इन दिनों यही है कि 8वां वेतन आयोग कब आएगा और इसका असर उनकी सैलरी पर कितना होगा। देशभर में करीब 1 करोड़ से ज्यादा केंद्रीय कर्मचारी और पेंशनर्स इस आयोग का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। इस बार चर्चा का सबसे बड़ा मुद्दा फिटमेंट फैक्टर है, जिसके जरिए सैलरी में इजाफा तय किया जाएगा। अगर मौजूदा रिपोर्ट्स और विशेषज्ञों की राय पर गौर करें तो इस बार 8वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर 1.92 रखा जा सकता है।
क्यों अहम है फिटमेंट फैक्टर और क्या है इसका असर
हर वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर का अहम रोल होता है क्योंकि इसी के आधार पर कर्मचारियों की बेसिक सैलरी को नए सिरे से तय किया जाता है। 7वें वेतन आयोग में यह 2.57 था, लेकिन 8वें वेतन आयोग में 1.92 का प्रस्ताव चर्चा में है। सुनने में भले ही ये नंबर छोटा लगे, लेकिन इसका असर कर्मचारियों की सैलरी पर बहुत बड़ा होता है। उदाहरण के तौर पर अगर मौजूदा न्यूनतम बेसिक सैलरी 18,000 रुपये है और 1.92 फिटमेंट फैक्टर लागू होता है तो नई सैलरी सीधे 34,560 रुपये हो सकती है।
8वें वेतन आयोग की प्रक्रिया में तेजी
सरकार ने जनवरी 2025 में 8वें वेतन आयोग के गठन की घोषणा कर दी थी और अब इसकी प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ रही है। जल्द ही ToR यानी Terms of Reference को अंतिम रूप दिया जाएगा, जिसके बाद आयोग के अध्यक्ष और सदस्यों की नियुक्ति होगी। सूत्रों की मानें तो आयोग में लगभग 40 वरिष्ठ अधिकारियों और कर्मचारियों की नियुक्ति की जाएगी। ये सभी नियुक्तियां डेपुटेशन पर की जाएंगी और इसकी आधिकारिक प्रक्रिया सरकार की ओर से शुरू हो चुकी है।
कर्मचारी संगठनों की मांगें भी तेज
वेतन आयोग के गठन के साथ ही कर्मचारी यूनियनों की मांगें भी सामने आने लगी हैं। इस बार कई कर्मचारी संगठन महंगाई को ध्यान में रखते हुए फिटमेंट फैक्टर को 2.86 तक ले जाने की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि लगातार बढ़ती महंगाई और जीवन यापन की लागत को देखते हुए 1.92 फिटमेंट फैक्टर नाकाफी है। हालांकि सरकार की ओर से इस पर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है, लेकिन पूर्व वित्त सचिव सुभाष गर्ग का कहना है कि 2.86 फिटमेंट फैक्टर संभव नहीं है, जबकि 1.92 पर सहमति बनने की संभावना ज्यादा है।
पेंशनर्स को भी मिलेगा लाभ
फिटमेंट फैक्टर का असर केवल नौकरी में लगे कर्मचारियों तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि इससे पेंशनर्स को भी बड़ा फायदा होगा। जैसे ही कर्मचारियों की बेसिक सैलरी बढ़ेगी, उसी अनुपात में पेंशन की गणना भी की जाएगी। इससे रिटायर्ड कर्मचारियों की पेंशन में भी अच्छी-खासी बढ़ोतरी देखने को मिलेगी।
बेसिक सैलरी में कितना होगा बदलाव?
अब बात करते हैं सैलरी की संभावित गणना की। अगर किसी कर्मचारी की मौजूदा बेसिक सैलरी 18,000 रुपये है और 1.92 फिटमेंट फैक्टर लागू होता है, तो नई सैलरी 34,560 रुपये हो सकती है। इसी तरह जिन कर्मचारियों की बेसिक सैलरी 25,000 या 30,000 रुपये है, उनके वेतन में भी लगभग दोगुनी बढ़ोतरी हो सकती है। हालांकि, ये सभी आंकड़े अनुमान पर आधारित हैं और अंतिम फैसला सरकार द्वारा गठित आयोग ही करेगा।
अंतिम फैसला सरकार के हाथ में
फिलहाल, यह साफ नहीं है कि 8वें वेतन आयोग में कौन सा फिटमेंट फैक्टर लागू होगा। कर्मचारी संगठनों की मांग और विशेषज्ञों की राय अलग-अलग हो सकती है, लेकिन अंतिम फैसला सरकार की तरफ से ही लिया जाएगा। हो सकता है कि सैलरी को संतुलित करने के लिए कोई बीच का रास्ता अपनाया जाए।
Disclaimer
यह लेख विभिन्न रिपोर्ट्स और मीडिया सूत्रों के आधार पर तैयार किया गया है। इसमें दिए गए आंकड़े और फिटमेंट फैक्टर की जानकारी अनुमान और विशेषज्ञों की राय पर आधारित है। सरकार की ओर से इस संबंध में कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। किसी भी अंतिम निर्णय की प्रतीक्षा करना ही उपयुक्त होगा।