8th Pay Commission – देशभर के करीब एक करोड़ से ज्यादा केंद्रीय कर्मचारी और पेंशनर्स इस वक्त 8वें वेतन आयोग का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। 7वें वेतन आयोग को लागू हुए लगभग 10 साल होने वाले हैं, ऐसे में अब लोगों की निगाहें नए वेतन आयोग की ओर हैं। इस बार सबसे ज्यादा चर्चा फिटमेंट फैक्टर को लेकर हो रही है, क्योंकि इसी के आधार पर सैलरी में असली बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। जानकारों की मानें तो 8वें वेतन आयोग में 1.92 का फिटमेंट फैक्टर लागू किया जा सकता है, जिससे कर्मचारियों की तनख्वाह में अच्छी-खासी बढ़ोतरी देखने को मिलेगी।
8वें वेतन आयोग की वर्तमान स्थिति क्या है?
जनवरी 2025 में सरकार ने आधिकारिक रूप से 8वें वेतन आयोग के गठन की घोषणा कर दी थी। फिलहाल आयोग के ToR यानी टर्म्स ऑफ रेफरेंस को अंतिम रूप देने का काम चल रहा है। इसके बाद आयोग के चेयरमैन और प्रमुख सदस्यों की नियुक्ति की जाएगी। बताया जा रहा है कि इन पदों पर डेपुटेशन के आधार पर करीब 40 सीनियर लेवल अधिकारियों की नियुक्ति होगी, जो वेतन आयोग की रिपोर्ट तैयार करने और सिफारिशों को अंतिम रूप देने में मदद करेंगे।
फिटमेंट फैक्टर क्या होता है और यह इतना अहम क्यों है?
जब भी नया वेतन आयोग लागू होता है, तो फिटमेंट फैक्टर सबसे अहम भूमिका निभाता है। यह एक तरह का गुणांक होता है जिससे पुराने बेसिक वेतन को गुणा करके नया वेतन निकाला जाता है। उदाहरण के लिए, 7वें वेतन आयोग में 2.57 का फिटमेंट फैक्टर था, यानी पुराने वेतन को 2.57 से गुणा किया गया था। 8वें वेतन आयोग में अनुमान लगाया जा रहा है कि यह फैक्टर 1.92 के आस-पास हो सकता है। हालांकि यह पिछले वेतन आयोग से कम है, लेकिन फिर भी सैलरी में एक अच्छा खासा उछाल ला सकता है।
कर्मचारी संगठनों की मांग और विशेषज्ञों की राय
इस बार कर्मचारी यूनियनें 2.86 तक का फिटमेंट फैक्टर चाहती हैं, ताकि बढ़ती महंगाई से राहत मिल सके और कर्मचारियों का जीवन स्तर सुधरे। लेकिन जानकारों का मानना है कि इतना ऊंचा फिटमेंट फैक्टर फिलहाल संभव नहीं है। पूर्व वित्त सचिव सुभाष गर्ग जैसे विशेषज्ञ मानते हैं कि 1.92 का फैक्टर ज्यादा व्यावहारिक और संभव नजर आता है। सरकार को बजट संतुलन का भी ध्यान रखना होता है, इसलिए ज्यादा बड़ा उछाल मिलना मुश्किल है।
1.92 फिटमेंट फैक्टर से कितनी बढ़ेगी सैलरी?
अगर 1.92 का फिटमेंट फैक्टर लागू होता है, तो कर्मचारियों की सैलरी में अच्छी बढ़त देखने को मिलेगी। अभी 7वें वेतन आयोग के तहत न्यूनतम बेसिक वेतन 18,000 रुपये प्रति माह है। इस पर 1.92 का गुणा लगाने से नया बेसिक वेतन 34,560 रुपये हो जाएगा। इसी तरह, अगर किसी कर्मचारी का बेसिक वेतन 25,000 रुपये है तो वह बढ़कर 48,000 रुपये और 50,000 रुपये वालों का वेतन 96,000 रुपये हो जाएगा। इससे यह साफ है कि जितना ज्यादा बेसिक पे होगा, उतनी ही ज्यादा बढ़ोतरी मिलेगी।
पेंशनर्स को भी होगा फायदा
8वें वेतन आयोग का असर सिर्फ काम कर रहे कर्मचारियों पर ही नहीं, बल्कि रिटायर्ड पेंशनर्स पर भी पड़ेगा। पेंशन की गणना भी बेसिक पे के आधार पर होती है, इसलिए फिटमेंट फैक्टर जितना ज्यादा होगा, पेंशन उतनी ही ज्यादा बढ़ेगी। अगर किसी पेंशनर को अभी 20,000 रुपये पेंशन मिल रही है, तो 1.92 फैक्टर लगने के बाद ये बढ़कर 38,400 रुपये हो जाएगी। ये बढ़त बुजुर्गों और रिटायर्ड लोगों के लिए राहत लेकर आएगी।
8वें वेतन आयोग के लागू होने की संभावित तारीख
हांलाकि आयोग की घोषणा हो चुकी है, लेकिन इसकी सिफारिशों को लागू करने में अभी थोड़ा वक्त लग सकता है। आमतौर पर किसी वेतन आयोग की सिफारिशें लागू होने में 18 से 24 महीने लगते हैं। ऐसे में अनुमान है कि 8वें वेतन आयोग की सिफारिशें 2026 या 2027 में जाकर लागू होंगी। हालांकि, यह पूरी तरह से सरकार की प्रक्रिया और फैसलों की गति पर निर्भर करता है। कर्मचारियों को फिलहाल धैर्य रखना चाहिए और अफवाहों से दूर रहना चाहिए।
8वें वेतन आयोग को लेकर कर्मचारियों और पेंशनर्स में काफी उत्साह है। 1.92 का फिटमेंट फैक्टर अगर लागू होता है, तो सैलरी में अच्छी-खासी बढ़ोतरी होगी। यह कर्मचारियों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने में मदद करेगा। हालांकि, अंतिम फैसला सरकार को लेना है और सब कुछ आयोग की सिफारिशों और वित्तीय स्थिति पर निर्भर करेगा।
Disclaimer
यह लेख केवल जानकारी देने के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दी गई जानकारियां विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स और सूत्रों पर आधारित हैं। वास्तविक फैसले और आंकड़े सरकार द्वारा तय किए जाएंगे। पाठकों को सलाह दी जाती है कि वे आधिकारिक घोषणाओं और सरकारी नोटिफिकेशन का ही भरोसा करें। लेखक इस लेख की जानकारी के आधार पर लिए गए किसी भी निर्णय के लिए जिम्मेदार नहीं होगा।