Home Loan EMI – आज के समय में किसी भी बड़े शहर में घर खरीदना एक सपने जैसा हो गया है। रियल एस्टेट की बढ़ती कीमतों की वजह से ज्यादातर लोग सीधे पैसा देकर घर नहीं खरीद पाते, इसलिए उन्हें होम लोन का सहारा लेना पड़ता है। होम लोन लेने से घर तो मिल जाता है, लेकिन हर महीने की EMI चुकाना एक बड़ी जिम्मेदारी होती है। कई बार हालात ऐसे बन जाते हैं जब EMI भरना मुश्किल हो जाता है, जैसे नौकरी छूट जाना, मेडिकल इमरजेंसी या फिर किसी और कारण से आमदनी रुक जाना।
अगर आप भी किसी ऐसी ही स्थिति से गुजर रहे हैं और होम लोन की EMI नहीं भर पा रहे हैं, तो घबराएं नहीं। बैंक आपकी मदद भी करता है, लेकिन एक प्रक्रिया के तहत। चलिए जानते हैं कि अगर आप EMI नहीं भरते हैं तो बैंक किस तरह से कदम उठाता है, और आप इससे कैसे बच सकते हैं।
EMI नहीं भरने पर बैंक की प्रक्रिया क्या है?
बैंक किसी भी ग्राहक के खिलाफ तुरंत कड़ा कदम नहीं उठाता, बल्कि वो कुछ स्टेप्स में आगे बढ़ता है। शुरुआत में बैंक थोड़ा लचीला रवैया अपनाता है, लेकिन जब लगातार EMI नहीं भरते, तब सख्ती आती है।
- पहली बार EMI चूकने पर : अगर आपने पहली बार EMI नहीं भरी है, तो बैंक आपको तुरंत डिफॉल्टर नहीं मानता। वह बस आपकी फाइनेंशियल एक्टिविटी पर नजर रखने लगता है।
- दूसरी बार EMI चूकने पर : अब बैंक आपको रिमाइंडर भेजता है – कॉल, ईमेल या मैसेज के जरिए। आपको सूचित किया जाता है कि आपने समय पर भुगतान नहीं किया है।
- तीसरी बार EMI नहीं देने पर : अब बैंक थोड़ा सख्त होता है और आपको कानूनी नोटिस भेजता है। इसमें यह कहा जाता है कि अगर आप जल्द ही बकाया नहीं चुकाते, तो आगे सख्त कार्रवाई हो सकती है।
- लगातार पांच बार EMI नहीं भरने पर : बैंक इस स्तर पर नीलामी की चेतावनी देता है। आपको नोटिस दिया जाता है कि अगर आप अब भी भुगतान नहीं करेंगे तो बैंक आपके घर की नीलामी कर सकता है।
- अंतिम कदम – घर की नीलामी : अगर बार-बार चेतावनी के बावजूद आपने होम लोन नहीं चुकाया, तो बैंक कानूनी अधिकारों का प्रयोग करते हुए आपके घर को नीलाम कर देता है और अपने पैसे की वसूली करता है।
EMI भरने में परेशानी हो तो क्या करें?
अगर आप वाकई में आर्थिक परेशानी में हैं और EMI नहीं भर पा रहे हैं, तो बिना डरे तुरंत बैंक से संपर्क करें। समय रहते सही कदम उठाने से आप अपने घर को बचा सकते हैं।
- बैंक को अपनी स्थिति बताएं: बैंक से खुलकर बात करें और उन्हें अपनी मौजूदा आर्थिक हालत के बारे में बताएं। पहले की आपकी भुगतान हिस्ट्री अच्छी हो, तो बैंक आपके पक्ष में निर्णय ले सकता है।
- लोन की रीस्ट्रक्चरिंग कराएं: बैंक से अनुरोध करें कि आपको कुछ महीनों की राहत दी जाए और EMI की रकम को दोबारा तय किया जाए। ऐसा अकसर गंभीर मामलों में किया जाता है।
- लोन की अवधि बढ़वाएं: अगर EMI ज्यादा है, तो आप लोन की अवधि बढ़ाने की मांग कर सकते हैं। इससे हर महीने की किस्त थोड़ी कम हो जाएगी और भुगतान करना आसान होगा।
- फ्लोटिंग से फिक्स्ड रेट पर जाएं: अगर आपके लोन की ब्याज दर फ्लोटिंग है और उसकी वजह से EMI बढ़ गई है, तो आप फिक्स्ड रेट पर शिफ्ट करने का विकल्प चुन सकते हैं।
- घर को किराए पर देकर आय का स्रोत बनाएं: अगर आप खुद घर में नहीं रह रहे या उसमें कोई अतिरिक्त कमरा है, तो उसे किराए पर देकर EMI भरने में मदद मिल सकती है।
नीलामी से पहले घर खुद बेचें
अगर आपको लग रहा है कि आप आगे भी EMI नहीं भर पाएंगे, तो घर को खुद बेच देना बेहतर विकल्प हो सकता है। इससे आपको बाजार दर पर कीमत मिल सकती है और बैंक का पैसा भी समय पर चुकाया जा सकता है।
होम लोन की EMI न भर पाना चिंता का विषय जरूर है, लेकिन इससे निकलने के रास्ते भी हैं। जरूरी है कि आप समय पर कदम उठाएं, बैंक से संपर्क करें और अपनी स्थिति साफ-साफ बताएं। देर करने से स्थिति और खराब हो सकती है, इसलिए लापरवाही से बचें और समाधान की दिशा में सोचें।
Disclaimer
यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दी गई जानकारी वित्तीय सलाह नहीं मानी जानी चाहिए। किसी भी प्रकार का होम लोन निर्णय लेने से पहले संबंधित विशेषज्ञ या वित्तीय सलाहकार से सलाह अवश्य लें। लेखक या प्रकाशक किसी हानि के लिए जिम्मेदार नहीं होंगे।