Unified Pension Scheme – सरकार ने एक और बड़ा कदम उठाया है जिससे रिटायरमेंट की तैयारी कर रहे लोगों को काफी राहत मिलेगी। Unified Pension Scheme 2025 के तहत अब 60 साल की उम्र में ₹10,000 मासिक पेंशन पाने का रास्ता साफ हो गया है। इस स्कीम के तहत न्यू पेंशन सिस्टम (NPS) में कुछ अहम बदलाव किए गए हैं, जिससे लाखों सरकारी कर्मचारियों और प्राइवेट सेक्टर के वर्कर्स को फायदा मिलेगा।
न्यू पेंशन सिस्टम (NPS) क्या है?
NPS यानी न्यू पेंशन सिस्टम, भारत सरकार द्वारा साल 2004 में शुरू किया गया था। शुरुआत में ये सिर्फ सरकारी कर्मचारियों के लिए था लेकिन बाद में इसे प्राइवेट सेक्टर के लोगों के लिए भी खोल दिया गया। इसका मकसद है रिटायरमेंट के बाद लोगों को एक नियमित और स्थिर आमदनी देना। यह एक कंट्रिब्यूटरी स्कीम है यानी जितना आप निवेश करेंगे, उतना ही ज्यादा आपको फायदेमंद रिटर्न मिलेगा। 2024 में इसमें कुछ नए अपडेट्स जोड़े गए हैं ताकि स्कीम और ज्यादा आकर्षक बन सके।
न्यू पेंशन रूल्स 2024 में क्या-क्या बदला है?
सबसे बड़ा बदलाव यह है कि अब रिटायरमेंट के समय आप अपनी जमा रकम में से 60% हिस्सा एकमुश्त निकाल सकते हैं, पहले यह लिमिट सिर्फ 40% थी। बाकी बची हुई 40% राशि को एनुइटी में इन्वेस्ट करना जरूरी होगा जिससे हर महीने आपको पेंशन के तौर पर पैसा मिलता रहेगा। ये फैसला इसलिए लिया गया ताकि रिटायर्ड लोगों को एक स्थिर इनकम मिलती रहे।
टैक्स बेनिफिट की बात करें तो अब NPS में निवेश करने पर आपको इनकम टैक्स एक्ट की धारा 80C के तहत ₹1.5 लाख तक की छूट मिलती है। इसके अलावा, सेक्शन 80CCD(1B) के तहत अतिरिक्त ₹50,000 की भी छूट दी गई है। यानी NPS न सिर्फ रिटायरमेंट के लिए फायदेमंद है बल्कि टैक्स सेविंग का भी एक बेहतरीन जरिया है।
जो लोग बीच में पैसे निकालना चाहते हैं, उनके लिए भी सुविधा दी गई है। अब 3 साल बाद आप अपने फंड का 25% हिस्सा कुछ खास परिस्थितियों में निकाल सकते हैं, जैसे मेडिकल इमरजेंसी या बच्चों की पढ़ाई के लिए। यानी ज़रूरत पड़ने पर यह स्कीम एमरजेंसी फंड की तरह भी काम करती है।
इसके अलावा सरकार ने न्यूनतम पेंशन राशि ₹1,000 प्रति माह तय कर दी है ताकि किसी को भी रिटायरमेंट के बाद बेसिक जरूरतों के लिए संघर्ष न करना पड़े। लेकिन अगर आपने ठीक से निवेश किया है तो आप ₹10,000 या उससे ज्यादा मासिक पेंशन भी पा सकते हैं।
NPS के क्या फायदे हैं?
NPS के सबसे बड़े फायदे में से एक है रिटायरमेंट के बाद नियमित आय मिलना। इसके अलावा यह स्कीम लॉन्ग-टर्म वेल्थ क्रिएशन के लिए भी बहुत अच्छी मानी जाती है क्योंकि इसमें कंपाउंडिंग का जबरदस्त फायदा मिलता है। टैक्स बचाने के लिहाज से भी यह एक स्मार्ट ऑप्शन है और चूंकि यह सरकार द्वारा बैक की जाती है, तो इसमें रिस्क भी कम होता है। सबसे अच्छी बात ये है कि इसमें फ्लेक्सिबल इन्वेस्टमेंट ऑप्शन मिलते हैं – आप चाहें तो SIP की तरह हर महीने निवेश करें या एक बार में लम्पसम अमाउंट डालें।
NPS में कैसे निवेश करें?
अगर आप NPS में निवेश करना चाहते हैं तो आपके पास दो तरीके हैं – ऑनलाइन और ऑफलाइन। ऑनलाइन निवेश के लिए आप NSDL या KFintech की वेबसाइट पर जाकर रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। ऑफलाइन तरीका अपनाना हो तो आप नजदीकी बैंक या पोस्ट ऑफिस से फॉर्म ले सकते हैं। रजिस्ट्रेशन के समय आधार कार्ड, पैन कार्ड और बैंक डिटेल्स जैसे KYC डॉक्यूमेंट्स देना जरूरी होता है। एक बार अकाउंट एक्टिव हो जाने के बाद आप नियमित निवेश शुरू कर सकते हैं।
NPS बनाम ओल्ड पेंशन स्कीम – कौन बेहतर है?
अब सवाल उठता है कि NPS और पुरानी पेंशन स्कीम (OPS) में कौन बेहतर है? तो इसका जवाब है – ये आपकी प्राथमिकताओं पर निर्भर करता है। OPS में फिक्स्ड पेंशन मिलती है, जबकि NPS में पेंशन की रकम मार्केट पर निर्भर करती है। हालांकि NPS में टैक्स छूट ज्यादा है और लॉन्ग टर्म ग्रोथ की संभावना भी अधिक होती है। वहीं OPS में निवेश का कोई जोखिम नहीं होता, लेकिन अब नई नियुक्तियों में OPS लागू नहीं हो रही, इसलिए NPS ही व्यावहारिक विकल्प है।
अगर आप अपनी रिटायरमेंट को सुरक्षित बनाना चाहते हैं और हर महीने एक अच्छी पेंशन पाना चाहते हैं, तो Unified Pension Scheme 2025 और न्यू पेंशन रूल्स 2024 आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकते हैं। अब जबकि सरकार ने कई नियमों को आसान और पेंशन को आकर्षक बना दिया है, तो ये सही वक्त है कि आप NPS में निवेश पर गंभीरता से विचार करें।
Disclaimer
यह लेख केवल सामान्य जानकारी देने के लिए लिखा गया है। योजना के नियम समय-समय पर बदल सकते हैं, इसलिए निवेश करने से पहले संबंधित सरकारी वेबसाइट या किसी प्रमाणित वित्तीय सलाहकार से सलाह लेना जरूरी है।